वित्तीय सलाहकार सुनील डोगरा इस खबर में बता रहे हैं कि आप कैसे गलत बीमा लेने से बच सकते हैं।

जीवन बीमा हर किसी के लिए जरूरी है। देश में लाखों एजेंट हैं जो जीवन बीमा बेचने का काम करते हैं। इनमें से ज्यादातर आपको बीमा की नीतियों और जीवन शैली के लिए उपयुक्त नीतियों के बारे में बताते हैं, जबकि कई ऐसे भी हैं जो गलत तरीके से जानकारी देकर बीमा बेचने की कोशिश करते हैं। इसलिए जो भी व्यक्ति बीमा लेता है उसे इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि वह जो बीमा खरीद रहा है वह उसके लिए उपयुक्त है या नहीं। या फिर उसे जिस बीमा के बारे में बताया जा रहा है क्या उसे वही बीमा दिया जा रहा है या कुछ अलग, डोगरा जी कहते हैँ सतर्क रहें समझदारी से पालिसी लें ताकि आपके आश्रित सुरक्षित रहें.
जीवन बीमा पॉलिसी का सबसे पहला काम है कि आपको असमय मृत्यु के मामले में सुरक्षा दे, ताकि जीवित परिवार के सदस्यों को बीमा करने वाले से बीमा राशि मिल सके। इसे ‘सम एश्योर्ड’ सुरक्षा लाभ भी कहते हैं। सुरक्षा लाभ के अलावा जीवन बीमा में अन्य लाभ भी शामिल होते हैं। बीमा की तुलना एफडी से करना ठीक नहीं रहेगा। आप इससे सावधान रहें औऱ एजेंट से सभी वित्तीय संस्थानों के बारे में बात करें , जिस एजेंट को दूसरे संस्थानों या उनकी योजनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ना हो उनसे दूर रहे औऱ खुद या किसी दूसरे एजेंट द्वारा जानकारी ले कर ही पालिसी खरीदें.
मान लीजिये कि आपको बताया जाता है कि ‘आपने एक प्रीमियम का भुगतान करना है लेकिन ऐसे पेमेंट के लिए प्रीमियम भुगतान की कुल अवधि का उल्लेख नहीं किया जाता है। आम तौर पर जीवन बीमा पॉलिसी दीर्घकालिक (5 वर्ष से अधिक और अक्सर 10-20 वर्षों के लिए) होती हैं।
प्रीमियम को लेकर भ्रम में रखना
ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए एजेंट पॉलिसी लेने वाले के साथ ‘लागत’ और ‘कर्तव्यों’ के बारे में बातचीत नहीं करते। बीमा करने वाला उत्पाद में किए गए वादों के अपने पक्ष का सम्मान करने के लिए उत्तरदायी है और साथ ही ग्राहक को उसके प्रीमियम का सही, समय पर और पॉलिसी की पूरी अवधि के लिए भुगतान करना है। यदि कार्यकाल पूरा नहीं होता है, तो ऐसे शुल्क या कटौती हो सकते हैं जो बीमाकर्ता को प्रभावित करेंगे। इसलिए ग्राहक को केवल उस प्रीमियम राशि के लिए तैयार होना चाहिए जो आसानी से दी जा सके।
दावा के बारे में गलत जानकारी
यह बात स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा नीतियों से जुड़ी है। जीवन बीमा लेते समय एजेंट से यह स्पष्ट करने के लिए कहें कि किस परिस्थिति में दावा देय नहीं है। मसलन, अगर ग्राहक धूम्रपान करता है और आवेदन के रूप में खुद को गैर-धूम्रपान करने वाला बताता है, तो उसकी मृत्यु पर बीमा कंपनी परिवार को मृत्यु का दावा देने से इनकार कर सकती है।
अपना बजट तय करके पॉलिसी चुनें
सबसे पहले आप यह तय करें कि आपको कितने जीवन बीमा कवर की आवश्कता है. इसके लिए आप कई फाइनेंस वेबसाइट के कैलकुलेटर की भी सहायता ले सकते हैं. इसके साथ ही आपको बीमा पॉलिसी इंवेस्टमेंट की बजाए रिस्क कवरेज के रूप में देखना चाहिए. आमतौर पर माना जाता है कि सालाना आय का कम से कम 10 गुना का लाइफ इंश्योरेंस कवर लेना चाहिए.
सुनील डोगरा कहते हैँ कंपनी की तुलना करके खरीदें पॉलिसी
पॉलिसी खरीदने से पहले आपको कंपनी का क्लेम रेश्यो देखना चाहिए. यदि आप टर्म प्लान खरीद रहे हैं तो 95 फीसदी क्लेम रेश्यो वाली कंपनियों को प्राथमिकता देनी चाहिए. बीमा एग्रीगेटर वेबसाइट्स पर क्लेम रेश्यो चेक किया जा सकता है. फिर अपने बजट के आधार पर कंपनी तय करें
जब भी आप कोई इन्शुरन्स पालिसी लें तो प्रोपोज़ल फॉर्म में अपनी सही औऱ सटीक जानकारी दें.