शादी होते ही कर लें ये 5 काम, वरना पता भी नहीं चलेगा सारे पैसे कहां चले गए!
Financial Planning: शादी होते ही कर लें ये 5 काम, वरना पता भी नहीं चलेगा सारे पैसे कहां चले गए!
अधिकतर लोग 25-30 साल की उम्र में शादी कर ही लेते हैं. इस उम्र में ज्यादातर लोग फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) के बारे में नहीं सोचते. फाइनेंशियल प्लानिंग वैसे तो नौकरी लगने के बाद ही शुरू कर देनी चाहिए, लेकिन शादी के बाद फाइनेंशियल प्लानिंग बहुत ज्यादा जरूरी हो जाती है. आइए जानते हैं शादी के बाद कैसे करें फाइनेंशियल प्लानिंग, ताकि फ्यूचर की टेंशन से आजादी मिल सके.

1- सबसे जरूरी है खर्चों को मैनेज करना
नौकरी की शुरुआत हो या शादी के बाद के शुरुआती दिन, लोग जिंदगी को एन्जॉय करने में खूब पैसा खर्च करते हैं. एन्जॉय करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन ध्यान रखिए कि आप कितना पैसा खर्च कर रहे हैं. कहीं ऐसा तो नहीं कि आपका खर्चा आपकी कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा ले जा रहा है या कहीं वह आपकी कमाई से भी ज्यादा तो नहीं हो रहा. सबसे पहले अपने खर्चों को मैनेज करें, ताकि आपके पैसे बर्बाद ना हों. सोच-समझ कर सही जगह पैसे खर्च करें. साथ ही दोनों पति पत्नी अपने लिए टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस लें ताकि आपातकाल की स्थिति से निपटा जा सके।
2- बचत की ओर ध्यान देना शुरू करें
शादी के बाद खर्चे बढ़ते हैं और लोग भी खर्चे करते चले जाते हैं. आपको ये ध्यान रखना होगा कि खर्चों के साथ-साथ आपको बचत भी करनी है. अगर शादी के एक-दो साल बाद तक आप पैसे नहीं भी बचा पाते हैं, तो भी उसके बाद बचत शुरू कर देनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि जितनी जल्दी आप बचत की आदत डाल लेंगे, आपके लिए आगे की जिंदगी उतनी ही आरामदायक हो जाएगी. बच्चों की प्रोफेशनल पढ़ाई के लिए अच्छी की इंश्योरेंस पॉलिसी लें ताकि जब भी बड़ी पढ़ाई के लिए जाना होगा तो वो पैसा उनके काम आय। एसआईपी के द्वारा म्यूचुअल फंड लें और लंबे समय तक टीके रहें ताकि अच्छी वेल्थ बन सके।
3- रिटायरमेंट प्लानिंग भी शुरू कर दें
अधिकतर लोग सोचते हैं कि रिटायरमेंट प्लानिंग तो जवानी के बाद करनी चाहिए, जब बुढ़ापा शुरू हो जाए या शुरू होने वाला हो. हालांकि, रिटायरमेंट प्लानिंग आपको नौकरी के तुरंत बाद करनी शुरू कर देनी चाहिए. अगर ऐसा ना भी हो पाए तो आप शादी के बाद को रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर ही दें. ऐसा इसलिए क्योंकि आप जितनी जल्दी रिटायरमेंट के लिए पैसे जोड़ना शुरू करेंगे आपके पास उतने ही ज्यादा पैसे जमा होंगे. ये मुमकिन होगा कंपाउंडिंग की ताकत से, जिसके चलते आपको मूलधन पर मिले ब्याज पर भी ब्याज मिलेगा. रिटायरमेंट के लिए आप पीपीएफ या एनपीएस जैसी स्कीम में निवेश कर सकते हैं. कुछ फंड इंश्योरेंस पेंशन प्लान में डालें ताकि बुढ़ापे मैं एक निश्चित ओर नियमित राशि हर महीने मिल सके
4- घर लेना चाहते हैं तो यही सही वक्त है
हर कोई चाहता है कि उसका अपना खुद का घर हो. अगर आपके पास शादी तक अपना खुद का घर नहीं है तो घर खरीदने के लिए यही सबसे सही समय होता है. सबसे सही समय इसलिए भी होता है क्योंकि घर आप दोनों की पसंद का होगा. अगर आप शादी से पहले घर खरीद लेते हैं तो वह सिर्फ आपकी पसंद का होगा. वहीं शादी के तुरंत बाद आप पर बच्चों की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है तो आप घर खरीदने का फैसला आसानी से ले सकते हैं.
5- घूमने-फिरने का भी बना सकते हैं फंड
अधिकतर लोगों को घूमने-फिरने का बहुत शौक होता है. शादी के बाद आपकी जिम्मेदारियां बढ़ती चली जाएंगी, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपनी जिंदगी को एन्जॉय करना छोड़ दें. आप घूमने फिरने के लिए एक फंड बना सकते हैं, जिसमें हर महीने कुछ पैसे डाल सकते हैं. जब उस फंड में पर्याप्त पैसे जमा हो जाएं तो आप कहीं घूमने जा सकते हैं. इससे आप पर अचानक से खर्च का बोझ भी नहीं आएगा और आप हर कुछ महीनों या साल के बाद अपनी पसंद की जगह पर घूमने जा सकते हैं. शॉर्ट टर्म सेविंग्स करें जैसे RD , ताली 3-4 साल मैं मैच्योरिटी ले कर किसी अच्छी जगह का प्लान किया जा सके
सुनील डोगरा
9816019700